
Muralidhar Mohol : भाजपा ने अभी तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का नाम घोषित नहीं किया है। देवेंद्र फडणवीस के अलावा कई अन्य नेताओं के नाम भी मुख्यमंत्री पद के लिए चर्चा में हैं, और इनमें से एक नाम मुरलीधर मोहोल का भी है। मुरलीधर मोहोल वर्तमान में केंद्रीय राज्यमंत्री हैं और उनकी राजनीतिक यात्रा ने उन्हें इस चर्चित स्थिति तक पहुंचाया है।
Taazakhabare: महाराष्ट्र की राजनीति में मुख्यमंत्री के नाम पर अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। पिछले कुछ सालों से भाजपा का एक ट्रेंड रहा है, जिसमें पार्टी ने चौंकाने वाले फैसले लिए हैं। अब महाराष्ट्र में भी भाजपा किसी नए नेता को राज्य की बागडोर सौंप सकती है। मुख्यमंत्री के पद के लिए कई नेताओं के नाम चर्चा में हैं, लेकिन सबसे आगे देवेंद्र फडणवीस का नाम है।
हालांकि, अगर भाजपा किसी नए चेहरे को मौका देती है, तो मुरलीधर मोहोल का नाम भी सीएम की रेस में शामिल हो सकता है। इस पर मुरलीधर मोहोल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है और इस विषय पर एक बयान जारी किया है।
मुरलीधर मोहोल महाराष्ट्र के पुणे से पहली बार सांसद बने हैं और वर्तमान में नरेंद्र मोदी सरकार में राज्यमंत्री के तौर पर कार्य कर रहे हैं। उनके पास नागरिक उड्डयन विभाग की जिम्मेदारी है। मुरलीधर मोहोल ने पुणे लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी रवींद्र धांगेकर को 1.25 लाख वोटों से हराकर जीत हासिल की थी।
मुरलीधर मोहोल ने अपनी प्रतिक्रिया में क्या कहा?
मुरलीधर मोहोल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद के लिए उनके नाम की चर्चा सोशल मीडिया पर हो रही है, लेकिन यह खबर सही नहीं है। उन्होंने कहा, “हमने भाजपा के नेतृत्व में चुनाव लड़ा है और हमारे नेता देवेंद्र फडणवीस हैं। पार्टी के फैसले सोशल मीडिया पर नहीं, बल्कि संसदीय बोर्ड में सर्वसम्मति से होते हैं। जब संसदीय बोर्ड में निर्णय लिया जाता है, तो पार्टी का अंतिम फैसला ही सर्वोच्च होता है। इसलिए सोशल मीडिया पर मेरे नाम की चर्चा निरर्थक है।”
12 साल की उम्र में RSS से जुड़ने की कहानी
मुरलीधर मोहोल पहले पुणे शहर के मेयर भी रह चुके हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) में तीन दशक पहले अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। मुरलीधर ने शिवाजी विश्वविद्यालय से आर्ट्स में ग्रेजुएशन किया। 12 साल की उम्र में उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़कर अपनी सामाजिक सेवा की शुरुआत की थी। 1996 से वे भाजपा से जुड़े हुए हैं और पुणे में भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के लिए भी काम किया है।